गारमेंट फैक्ट्री से निकाले गए मजदूर ने फैक्ट्री के गोदाम में लगाई आग
सूरत में गारमेंट फैक्ट्री से निकाले गए एक मज़दूर द्वारा फैक्ट्री गोदाम में आग लगाने का मामला सामने आया है।
जब मज़दूर ने वेतन बढ़ने की मांग की तो प्रबंधन में उसके नौकरी से ही निकल दिया था।
जिसके बाद परेशान मज़दूर ने फैक्ट्री में आग लगा दी। फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से मज़दूर की पहचान कर ली गई है।
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सूरत के सरथाना इलाके में सुभम इंडस्ट्रीज सेक्शन 2 स्थित स्मार्ट शॉप टेक्सटाइल गारमेंट फैक्ट्री के गोदाम में 27 अगस्त की सुबह आग लगने की घटना सामने आयी थी।
जिसमें 78 लाख रुपये का नुकसान होने की बात कही जा रहे है। कापोदरा, दुंभल और पुना दमकल स्टेशनों के दमकल अधिकारी मौके पर पहुंचे और तीन घंटे में आग पर काबू पाया था।
सीसीटीवी में कैद हुईं तस्वीरें
इंडियन एक्सप्रेस से मिली जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री मालिक भानुबेन अश्विन रेयानी के बेटे कुणाल रेयानी का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि कुछ दिन पहले एक मज़दूर को गोदाम में रखे कपड़ों पर ज्वलनशील तरल डालते हुए और बाद में आग लगाते हुए पाया गया था।
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कुणाल ने कहा कि संदिग्ध को आग लगने के बाद कारखाने से बाहर आते हुए भी देखा गया और बाद में उसकी पहचान कपड़ा कारखाने के पूर्व कर्मचारी एजाज अहमद के रूप में हुई।
घटना के बाद से उसका फ़ोन बंद आ रहा है।
घटना के संबंध में कारखाने के मालिक द्वारा सरथाना थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमें दावा किया गया था कि आग से उसे 78 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
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