भिवाड़ी कॉन्टिनेंटल इंजंस में 10% वेतन कटौती, मज़दूर ने की आत्महत्या की कोशिश
राजस्थान के भिवाड़ी में स्थित कॉन्टिनेंटल इंजंस कंपनी कोरोना के नाम पर मज़दूरों के वेतन से 10 प्रतिशत प्रतिमाह काट रही है। लेकिन सैलरी स्लिप में इस बात का ज़िक्र नहीं किया जा रहा है।
प्रबंधन के फैसले के ख़िलाफ़ धरना प्रदर्शन करने वाले मज़दूरों का कहना है कि, उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है।
एक मज़दूर ने बताया कि प्रताड़ना से परेशान होकर सोनू नाम के एक मज़दूर ने आत्महत्या करने की कोशिश भी की, जिसके कारण उनके सर में गहरी चोट आ गई है।
उसी कंपनी में काम करने वाले जसवीर ने वर्कर्स यूनिटी को बताया कि, “कोरोना के नाम पर प्रबंधन हमारे वेतन से 10 प्रतिशत प्रतिमाह क्यों काट रहा है। इस बारे में पूछने पर कोई जवाब नहीं मिला।”
जसवीर ने आगे बताया, “इस ग़ैरक़ानूनी कटौती का ज़िक्र सैलरी स्लिप में भी नहीं किया जा रहा है। इसे लेकर प्रबंधन कोई बात करने को तैयार नहीं है।”
जसवीर आगे कहते हैं, “हमने प्रबंधन से कई बार इस मसले पर बात करने की कोशिश की पर वे बात करने को तैयार नहीं हैं। हमने प्रबंधन को भरोसा भी दिलाया कि, यदि कंपनी आर्थिक तंगी से गुज़र रही है तो हम बिना वेतन के काम करन को तैयार हैं, लेकिन हमें बताया जाए कि कब तक हमारे वेतन से पैसे कटते रहेंगे।”
उन्होंने ने कहा, “प्रबंधन जब हमसे कोई बात करने को तैयार नहीं हुआ तो हम इंसाफ़ के लिए धरने पर बैठ गए हैं। लेकिन सुनवाई की जगह प्रबंधन की तरफ से लगातार धमकियां दी जा रही हैं। यदि हमने धरना खत्म नहीं किया तो हम पर पुलिस द्वारा लाठी चार्च कराया जाएगा।”
एक अन्य मज़दूर ने बताया कि, “कंपनी में लगभग 600 मज़दूर काम करते हैं। इनमे से धरने में शामिल सभी लोगों को कंपनी ने काम से निकाल दिया है और कहा है कि जब हमारा मन करेगा तब कंपनी चालू करेंगे लेकिन अब केवल ठेके पर काम करने वाले मज़दूरों को ही रखा जाएगा।”
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