चेन्नई हुंडई प्लांट में हड़ताल, लॉकडाउन में सवैतनिक छुट्टी की मांग
सैकड़ों मजदूरों ने हुंडई के चेन्नई प्लांट पर लॉकडाउन में सवैतनिक छुट्टी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
तमिलनाडु में 10 मई से लॉकडाउन चल रहा है। यह लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहेगा। यह फैसला तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने राज्य में कोरोना की दूसरी लहर से लगातार बढ़ते संक्रमण के चलते लिया।
लॉकडाउन की अवधि के दौरान राज्य सरकार ने किराने की दुकानें भी बंद करवा दी। अंतर जिला यात्रियों के लिए ई पंजीकरण ले जाना अनिवार्य कर दिया। यह छूट सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी और अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए दी गई है।
हालांकि, लगातार चलने वाले प्रोसेसिंग यूनिट्स को लॉकडाउन प्रतिबंधों से छूट दी गई है। यह कदम हुंडई मोटर इंडिया की श्रीपेरंबुदूर इकाई के कर्मचारियों के लिए सही साबित होता नहीं दिखा रहा है। इस वजह से वे छुट्टी की मांग को लेकर विरोध में बैठे थे।
कुछ मजदूरों ने अपने बुजुर्ग मां-बाप को लेकर चिंता जताई और एक मीटिंग की। जिसके बाद हुंडई प्लांट के मैनजमेंट ने फैक्ट्री के काम को 5 दिनों के लिए बंद करने का निश्चय किया।
यूनाइटेड यूनियन ऑफ हुंडई इंप्लाइज के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना के चलते पिछले साल से लेकर अब तक 6 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है वहीं कई अन्य लोगों को महामारी के चलते काफी नुकासन उठाना पड़ है।
उन्होंने कहा कि यूनियन ने ऑटोमोबाइल इकाइयों के लिए 100 प्रतिशत कार्यबल के साथ काम करने को समझदारी नहीं माना है। क्योंकि इसमें कई हजार कर्मचारी शामिल थे।
उनके अनुसार जब कोरोना संक्रमण की रफ्तार को थामने के लिए तमाम कोशिश की जा रही हैं तब हजारों कर्मचारियों की जिंदगी के साथ खतरा उठाना सही नहीं है।
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)