प. पंगाल: दुर्गापूजा पर बोनस न मिलने से सेल के कर्मचारियों में आक्रोश; आज से प्रदर्शन
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्थित स्टील अथारिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) दुर्गापुर में बोनस की मांग को लेकर आंदोलन करने वाले नेताओं को प्रबंधन ने आरोपपत्र थमा दिया है। प्रबंधन की इस कार्रवाई के बाद से दुर्गापुर सेल के श्रमिक भड़क गए हैं और इसके खिलाफ आगामी छह अक्टूबर को विशाल आंदोलन की घोषणा कर दी है।
हर साल की भांति इस बार त्योहार पर बोनस ना मिलने से आक्रोशित श्रमिकों ने दुर्गापुर में सातों यूनियन के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन किया था। बीते 26 व 27 सितंबर को बंगाल स्थित दुर्गापुर इस्पात संयंत्र में श्रमिकों व श्रमिक संगठनों ने जोरदार आंदोलन करते हुए ईडी ऑफिस का घेराव किया। इसके बाद उन्होंने सेल के स्मृति चिह्न पर माला अर्पण करते हुए प्रबंधन को श्रद्धाजंलि दी। अपने हक की आवाज उठा रहे श्रमिकों को अब प्रबंधन अपने तानाशाह रवैए से दबाना चाह रहा है।
यूनियनें बोनस के मद में 45 हजार रुपये मांग रही हैं तो प्रबंधन 26 हजार रुपये से ज्यादा देने को तैयार नहीं है।
दुर्गा पूजा से पहले मिलता रहा है बोनस
प्रबंधन ने मनमाने तरीके से बोनस के लिए अगली बैठक 10 अक्टूबर को रखा है। जबकि सेल एवं अन्य पीएसयू में भी यूनियनों के साथ चर्चा करके दुर्गा पूजा के पहले बोनस दिया जाता रहा है। प्रबंधन की इस हरकत ने कर्मियों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है।
आंदोलन की लपट सेल के अन्य प्लांटों में
कामगारों के बीच उपजे इस असंतोष से सेल के बोकारो, भिलाई, राउरकेला माइंस समेत अन्य इकाई में भी आंदोलन फैलाने लगा है।
इसे लेकर सेल के बोकारो और दुर्गापुर प्लांट में दो दिनों तक हुए प्रदर्शन की आंच अब भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) में भी पहुंच गई है।
बुधवार को प्लांट के साथ-साथ माइंस एरिया में भी कर्मचारियों ने संयुक्त यूनियन के बैनर तले प्रदर्शन किया और तीन लाभ के आधार पर तीन गुना बोनस दिए जाने की मांग की।
प्रबंधन द्वारा फूट डालो कि नीति का 6 को विरोध
ताजा जानकारी के अनुसार दुर्गापुर स्टील प्लांट प्रबंधन द्वारा सीटू के सुमंत चटर्जी, राणा मजूमदार, बीएमएस के मानस मुखर्जी और एचएमएस के गौतम भट्टाचार्य को आरोपपत्र दिया गया है। वहीं इसी आंदोलन में शामिल इंटक और आईएनटीटीयूसी के नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
प्रबंधन का आरोप है कि इन नेताओं ने सड़क जाम कराया। उत्पादन प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न की। रास्ता जाम किया। ड्यूटी जाने वालों को रोका।
यूनियन के नेताओं ने मंगलवार को कहा कि प्रबंधन फूट डालो कि नीति अपना रहा है। लेकिन वे लोग आंदोलन से पीछे हटने वाले नहीं हैं। सातों यूनियन एक साथ मिलकर आगामी छह अक्टूबर को प्रबंधन के इस तानाशाही रवैया का विरोध करेंगे।
वहीं, इंटक और आईएनटीटीयूसी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि हम सब संयुक्त रूप से प्रबंधन के इस फैसले के खिलाफ आंदोलन चलाते रहेंगे। सात यूनियनों के नेता प्रबंधन से मिलकर आरोपपत्र को वापस लेने और बोनस भुगतान करने की मांग करेंगे।
दुर्गा पूजा पर बोनस नहीं मिला
उल्लेखनीय है कि सेल में इस बार बोनस को लेकर समझौता नहीं हो पाने के कारण दुर्गा पूजा पर हजारों श्रमिकों को बोनस का भुगतान नहीं किया गया। इसको लेकर अगली बैठक 10 अक्टूबर को होने वाली है।
त्योहार पर बोनस ना मिलने से आक्रोशित श्रमिकों ने दुर्गापुर में सातों यूनियन के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन किया था। यहां पर शुरू हुआ यह आंदोलन सेल के देशभर के प्लांट और खदानों में फैल गया था। अब प्रबंधन ने यूनियन नेताओं को चार्जशीट थमाकर आग में घी डालने का काम किया है।
(मेहनतकश से साभार)
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