हिताची वर्करों को ताबड़तोड़ निकालने के ख़िलाफ़ 9 को गुड़गांव में सामूहिक भूख हड़ताल
आईएमटी मानेसर में स्थित हिताची मेटल्स इण्डिया कंपनी में ठेका मज़दूरों को ताबड़तोड़ निकालने और प्रबंधन द्वारा वर्करों पर दबाव बढ़ाए जाने से आक्रोषित मजदूरों ने गुड़गांव डीसी ऑफिस पर सामूहिक धरना देने का ऐलान किया है।
आईएमटी मानेसर के प्लॉट नंबर 94/95 में स्थित मैसर्स हिताची मेटल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में काम करने वाले वर्करों ने 9 अक्टूबर दिन रविवार को दिन भर भूख हड़ताल का आयोजन किया है।
एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर वर्करों ने कहा है कि वे इस कंपनी में 5 – 6 सालों से काम कर रहे हैं। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर सामूहिक मांग-पत्र गुड़गांव के लेबर ऑफिस में लगाया है लेकिन श्रम विभाग और प्रबंधन इसको हल नहीं कर रहे हैं।
वर्करों का कहना है कि जैसे ही वर्करों ने संगठनबद्ध होने की शुरुआत की, उन पर कंपनी मैनेजमेंट की ओर से हरासमेंट बढ़ा दिया गया। कई वर्करों को निकाल दिया गया। वर्करों की अगुवाई करने वाले एक मजदूर को निकाल दिया गया।
ये भी पढ़ें-
- मानेसर: हिताची प्रबंधन ने 20 दिनों में 14 ठेका मज़दूरों को काम से निकाला
- हिताची: ठेका मज़दूरों की आवाज़ उठाने वाले एक अगुवा मज़दूर को प्रबंधन ने नौकरी से निकाला
कंपनी के वर्करों ने बताया, “हमने कंपनी में हमें धमकाया जा रहा है। जरूरी होने पर भी छुट्टी नहीं दी जा रही है। यहां तक भी परिवार में किसी की मृत्यु होने पर भी छुट्टी नहीं दी जा रही है। इसके उलट हमारे साथियों का गेट बंद कर रहा है। अभी तक हमारे 20 मजदूर साथियों का गेट बंद कर दिया गया है। इस बारे में हमें अपने डीसी ऑफिस में प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।”
वर्करों का कहना है कि कंपनी में सुचारु रूप से उत्पादन को चलाने के लिए फैक्ट्री एक्ट के तहत माहौल को सामान्य बनाया जाना चाहिए। इन्हीं मांगो को लेकर वे सुबह 9:00 बजे से 5:00 बजे तक डीसी ऑफिस, गुड़गांव के सामने सामूहिक भूख हड़ताल करेंगे।
ये भी पढ़ें-
- गुड़गांव: आखिर श्रम विभाग क्यों नहीं देना चाहता ठेका मज़दूरों को यूनियन की सदस्यता का अधिकार ?
- अहमदाबाद : हिटाची पावर ने 7 मजदूरों को नौकरी से निकाला, काम बंद कर धरने पर बैठे मजदूर, जानिए का है वजह
वर्कर्स यूनिटी को सपोर्ट करने के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)