पीएफ़आई पर रेड के नाम पर 250 मुसलमानों को जेल में डाल, मोदी सरकार अपनी नाकामियों को छिपा रही- नज़रिया
By हिमांशु कुमार
भाजपा सरकार ने पीएफआई पर छापामारी की और करीब 250 मुसलमानों को जेलों में डाल दिया है।
हम सब जानते हैं कि भाजपा की यह कार्यवाही बिगड़ती अर्थव्यवस्था बदहाल राजनैतिक हालात पर पर्दा डालने और अपने गिरते हुए समर्थन को दोबारा हासिल करने के लिए की गई है।
लेकिन इसके जवाब में राहुल गांधी का बयान राजनीतिक नासमझी और भाजपा की राजनीति की जीत है।
राहुल गांधी ने कहा कि सांप्रदायिकता और हिंसा का विरोध किया जाएगा और चाहे वह किसी के द्वारा भी की जा रही हो।
पीएफआई द्वारा कौन सी सांप्रदायिकता की गई कौन सी हिंसा की गई उसके बारे में आज तक ना कहीं हमने पढ़ा है ना कहीं सुना है ना कहीं देखा है ?
ये भी पढ़ें-
- गुड़गांव के पांच सितारा अस्पतालों का करो बहिष्कार तो जानें, ठेले खोमचे वालों का बॉयकॉट कहां की बहादुरी? – नज़रिया
- भारत में मुस्लिम घरेलू कामगारों को काम पाने के लिए बदलना पड़ता है नामः रिपोर्ट
अलबत्ता यह जरूर है की आरएसएस राम सेने या विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के गुंडों का मुकाबला दक्षिण भारत में पीएफआई ने जरूर करने की कोशिश करी लेकिन उसके द्वारा कोई आतंकवादी या हिंसक गतिविधियां नहीं की गई है।
भाजपा सरकार को इसी बात से आग लगी हुई है और इसीलिए उसने पीएफआई पर यह बदले की कार्रवाई की है।
भाजपा की इस दमनकारी कार्यवाही पर कांग्रेस को कमर कस के पलटवार करना चाहिए था।
कांग्रेस को भाजपा सरकार से पूछना चाहिए था कि वह पीएफआई की हिंसक सांप्रदायिक या आतंकवादी गतिविधियों पर पहले श्वेत पत्र जारी करे जिससे देश को यह पता चले कि यह संस्था किस तरह की गतिविधियों में लिप्त है जिसके कारण इसके खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है।
लेकिन मुसलमानों पर हमला करने की भाजपा की राजनीति का कांग्रेस लंबे समय से डटकर मुकाबला नहीं कर पा रही है।
इसलिए कांग्रेस को लंबे समय से मुसलमानों ने छोड़ दिया है और कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई है।
मैं अगर कांग्रेस में होता तो मैं जवाब देता कि देश की सबसे बड़ी आतंकवादी संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बजरंग दल हिंदू महासभा और भारतीय जनता पार्टी खुद है।
मैं राजनीतिक अभियान चलाता और बताता कि देश का बंटवारा करने समाज को तोड़ने सांप्रदायिक आधार पर नफरत फैलाने और देश को कमजोर करने का काम भाजपा जैसी देशद्रोही पार्टी लगातार कर रही है और यही सबसे बड़ा देशद्रोह है।
‘डटकर मुकाबला करना ज़रूरी’
भाजपा से डरिए मत उसका डटकर मुकाबला करिए और बताइए कि इसने बाबरी मस्जिद में षडयंत्र पूर्वक पहले मूर्तियां रखी फिर उसको तोड़ा फिर जज को सेक्स स्कैंडल में फंसाया और एक गैरकानूनी फैसला अपने पक्ष में करवाया है।
लेकिन आप अखबार में छपवाते हैं कि राम मंदिर हमारी वजह से बन रहा है। आप भाजपा की राजनीति से डर क्यों जाते हैं इस तरह से तो आप देश को जोड़ नहीं पाएंगे।
आप डरते हैं कि भाजपा आपको मुस्लिम परस्त कहेगी हिंदुओं का दुश्मन कहेगी और आप डरकर भाजपा की बिछाई हुई बिसात पर फंस जाते हैं और हार जाते हैं।
आप ब्राह्मणवाद के खिलाफ लड़ाई सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़िये, मजदूरों की लड़ाई लड़िये, किसानों की लड़ाई लड़िये, महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई लड़िये, छात्रों की सस्ती शिक्षा की लड़ाई लड़िये, मुसलमानों पर होने वाले लगातार हमलों के खिलाफ लड़ाई लड़िये।
पूंजीवादी लूट कारपोरेटीकरण के खिलाफ बोलिए। पदयात्रा में आप इन मुद्दों को रोज उठाइए रोज वहां से एक नए मुद्दे पर भाजपा पर हमला बोलिए। भाजपा को डिफेंसिव हालत में ले आइए इतना जोरदार हमला बोलिए। आपके पास तथ्य है सच्चाई है हकीकत है।
ये भी पढ़ें-
- निजी कंपनियां करती हैं मुस्लिम महिला वर्करों के साथ भेदभाव, क्या कहती है LedBy Foundation की रिपोर्ट
- मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान मजदूर वर्ग को बांटने की साजिश: ट्रेड यूनियन लीडरान
भाजपा के झूठ की धज्जियां उड़ा दीजिए तार-तार कर दीजिए इनकी राजनीति को लेकिन उसके लिए आपको भारत के स्वर्ण मध्यमवर्गीय हिंदू वोटों का लालच छोड़ना पड़ेगा तब आपके साथ भारत का दलित मुसलमान मजदूर किसान महिला छात्र जुड़ेंगे और कांग्रेस फिर से अखिल भारतीय पार्टी बन सकती है।
लेकिन यदि आप भाजपा की बिछाई बिसात पर ही खेलते रहेंगे और भारत के हिंदू स्वर्ण मिडिल क्लास को खुश करने के काम में लगे रहेंगे जैसा कि भारत की दूसरी राजनीतिक पार्टियां कर रही हैं। तो आपको कोई राजनीतिक सफलता मिलने वाली नहीं है।
हम चाहते हैं कि भारत भाजपा मुक्त हो लेकिन हम कांग्रेस की हालत और तैयारी देख कर बहुत निराश है।
वर्कर्स यूनिटी को सपोर्ट करने के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें
(वर्कर्स यूनिटी के फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर सकते हैं। टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)