वर्करों के संघर्ष के सामने आखिर उत्तराखंड सरकार को झुकना पड़ा, डेल्टा-कॉम्पैक्ट का लॉक आउट ख़ारिज़ हुआ

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उत्तराखंड के रामनगर में स्थित डेल्टा कम्पनी का आंदोलन एक निर्णायक मोड़ पर पहुँचा गया।

उत्तराखंड सरकार ने कंपनी मालिक कपिल गुप्ता की ओर से माँगी गई डेल्टा और कॉम्पैक्ट कम्पनियों को बंद करने की अनुमति को खारिज कर दिया है।

इस मांग को लेकर डेल्टा, कॉम्पैक्ट और स्मार्ट के साढ़े चार हज़ार वर्कर पिछले तीन महीने से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

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श्रम सचिव ने सुनवाई के बाद कहा कि कंपनी मालिक ने पहले कंपनी बंद की, फिर लॉक आउट के लिए आवेदन किया।

जबकि औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 6 डब्लू (3) के तहत 60 दिन पूर्व आवेदन करना चाहिए था।

डेल्टा मज़दूरों ने बताया कि मजदूर महिलाओं ने अपने आंदोलन के दम पर उत्तराखंड सरकार को झुकने के लिए मजबूर किया है।

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अभी आगे वेतन व अन्य मामलों को लेकर लड़ाई जारी रहेगी। यदि कंपनी मालिक कोर्ट में शासन के आदेश को चुनौती देता है तो वहाँ भी लड़ाई लड़ी जाएगी।

गौरतलब है कि डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स ने विगत 16 सितम्बर को कथित रूप से गैरकानूनी तरीके से फैक्ट्री बंद कर दी थी।

इससे पूर्व इसकी सहयोगी कंपनियां कॉम्पैक्ट व स्मार्ट को भी बंद कर दिया था।

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