मारुति सुज़ुकी मज़दूर संघ ने की कृषि क़ानून और लेबर कोड को तत्काल वापस लेने की मांग
मारुति सुज़ुकी मज़दूर संघ, जो मारुति के प्लांटों की यूनियनों का संयुक्त मंच है, ने किसानों को अपना खुला समर्थन दिया है।
गुरुवार तीन दिसंबर को मारुति और उसकी वेंडर कंपनी बेलसोनिका के मज़दूरों राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा।
मारुति सुजुकी मजदूर संघ के बैनर तले मारुति मजदूर संघ के सभी घटक यूनियनों और उनके पदाधिकारियों द्वारा डीसी के मार्फत राष्ट्रपति के नाम पर ज्ञापन दिया गया।
इसमें भारत सरकार के किसान विरोधी नीतियों को तुरंत वापस लेने और किसानों की सभी मांगों को मानने और किसान आंदोलन को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने का और काले श्रम कानूनों को तुरंत वापस लेने पर बल दिया गया।
इस सभा में कार प्लांट मानेसर, कार प्लांट गुरुग्राम, एमपीटी मानेसर, बेलसोनिका, सुजुकी बाइक, एटक, सीटू व मज़दूर सहयोग केंद्र के प्रतिनिधि गण मौजूद थे।
सभा का संचालन करते हुए मारुति सुजुकी मजदूर संघ के प्रधान राजेश कुमार ने कहा कि “हम कृषि प्रधान देश में रहते हैं और हमारे देश में किसानों का इतना बुरा हाल आज से पहले कभी नहीं हुआ, हमें किसानों की जायज मांगों को तुरंत मानना चाहिए क्योंकि यह हमारे अन्नदाता है और मजदूर और किसान अलग-अलग नहीं। दोनों एक ही पिता की दो संताने हैं। अगर किसान पर कोई आंच आती है तो मजदूर भाई भी उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा और हर आंदोलन में उसका सहयोग करेगा, समर्थन करेगा।”
सभा को संबोधित करते हुए कार प्लांट मानेसर के प्रधान अजमेर सिंह यादव ने कहा कि हमारा किसान आंदोलन को पूर्ण समर्थन है और सरकार को जल्दी से जल्दी किसानों की बातों को शांतिपूर्ण तरीके से सुनकर कोई ना कोई हल निकालना चाहिए।
अजमेर ने कहा कि मज़दूर किसानों के बेटे हैं और सरकार ने किसानों की मांगें नहीं मानीं तो मारुति के मज़दूर अनिश्चितकालीन हड़ताल का भी फैसला ले सकते हैं।
इस सभा का संबोधन गुरु ग्राम प्लांट के प्रधान नरेंद्र सिंह, प्रधान सुभाष शर्मा, एमएसएमएस के महासचिव संदीप कुमार यादव ,चीफ पैट्रन पवन लठवाल, बेलसोनिका के अजीत सिंह, सुजुकी बाइक के जगप्रीत, श्यामवीर, एटक से अनिल पवार, सीटू से कामरेड सतबीर सिंह, मजदूर सहयोग केंद्र से खुशीराम इत्यादि मजदूर नेताओं ने संबोधित किया, मजदूर नेताओं में टोनी राम तरसेम सिंह अमरिंदर शर्मा आदि नेतागण मौजूद रहे मजदूर साथियों ने किसानों का सहयोग करने का वचन दिया।
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