उत्तराखंड स्पार्क मिंडाः लड़कियों ने संभाला मोर्चा, प्रशासन के पसीने छूटे
उत्तराखंड के रुद्रपुर में स्पार्क मिंडा के वर्कर प्रबंधन के दमन के खिलाफ तेवर के साथ डटे हुए हैं और श्रम भवन, रुद्रपुर में उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि स्पार्क मिंडा के वर्करों ने संगठित होकर यूनियन पंजीयन की फाइल लगाई।
इसकी भनक मिलते ही प्रबंधन ने दमन तेज कर दिया। उसने सिविल कोर्ट से स्टे लेने का प्रयास किया लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
लेकिन पुलिस के दम पर मजदूरों को कंपनी से बाहर निकाल दिया।
यूनियन फाइल पर हस्ताक्षरकर्ता 10 प्रतिनिधियों से जबरिया त्यागपत्र पर हस्ताक्षर करवा लिए और कंपनी में वर्करों का गेट बंद कर दिया।
इसी के विरोध में विगत 15 सितंबर से स्पार्क मिंडा के महिला-पुरुष वर्कर श्रम भवन रुद्रपुर में धरने पर हैं।
ध्यान देने वाली बात है कि मिंडा ग्रुप मजदूरों के किसी भी संगठित होने के प्रयास को कुचलता रहा है।
2 साल पहले यूनो मिंडा के मजदूरों ने यूनियन बनाने का प्रयास किया था।
लंबे संघर्ष के बाद उन्हें पराजय झेलना पड़ा था और संघर्षशील सभी वर्करों की सेवा समाप्त हो गई थी।
प्रशासन द्वारा समझौते के बावजूद मजदूरों पर आज भी मुकदमा कायम है। इसके बावजूद स्पार्क मिंडा के मजदूरों के हौसले बुलंद है और वह मैदान में डटे हुए हैं।
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